गोपालगंज (बिहार): बिहार के गोपालगंज जिले से एक बेहद ही शर्मनाक और दर्दनाक घटना सामने आई है। यहां एक युवती, जो अपने बीमार पिता का इलाज कराने के लिए उत्तर प्रदेश के कुशीनगर से गोपालगंज आई थी, के साथ तीन युवकों ने सामूहिक दुष्कर्म किया। यह घिनौनी घटना गोपालगंज के कुचायकोट थाना क्षेत्र स्थित सासामुसा रेलवे स्टेशन पर हुई। पीड़िता को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है और एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।
कैसे हुई घटना:
जानकारी के अनुसार, युवती के पिता लकवा ग्रस्त हैं और उनका इलाज कराने के लिए वह रविवार को गोपालगंज आई थी। स्टेशन पर ट्रेन रद्द होने के कारण वह अपने बीमार पिता के साथ स्टेशन पर रुक गई थी। इस दौरान सोमवार (28 अप्रैल) की तड़के करीब 4 बजे के आसपास तीन युवकों ने उसे जबरन उठाया और स्टेशन के पास स्थित मंदिर के पीछे ले जाकर उसके साथ बारी-बारी से सामूहिक दुष्कर्म किया। आरोपियों ने युवती के मुंह में कपड़ा ठूंस रखा था ताकि वह शोर न मचा सके।
घटना के बाद की स्थिति:
घटना के बाद पीड़िता की हालत बिगड़ गई और वह अचेत हो गई। स्थानीय लोगों ने घटना की जानकारी पुलिस को दी। पुलिस ने तुरंत मौके पर पहुंचकर पीड़िता को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसका इलाज चल रहा है।
पुलिस की कार्रवाई:
गोपालगंज पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार आरोपी का नाम अभिषेक बिंद है। बाकी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने छापेमारी शुरू कर दी है। इस मामले में गोपालगंज के एसपी अवधेश दीक्षित, सदर एसडीपीयो प्रांजल कुमार, रेल थाना पुलिस और स्थानीय पुलिस सक्रिय हैं और मामले की जांच कर रहे हैं।
एसपी का बयान:
एसपी अवधेश दीक्षित ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा, “करीब 4 बजे सुबह स्टेशन परिसर में यूपी के कुशीनगर से आई एक युवती के साथ तीन लड़कों ने सामूहिक दुष्कर्म किया। इस मामले में अभिषेक बिंद नामक एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि बाकी आरोपियों की तलाश जारी है। पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई की है और आरोपी जल्द ही गिरफ्तार होंगे।”
मामले की गंभीरता:
यह घटना न केवल बिहार, बल्कि पूरे देश में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों का एक और उदाहरण है। बिहार में महिलाओं के खिलाफ अपराधों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है, और इस मामले ने एक बार फिर से इस गंभीर मुद्दे को उजागर किया है। स्थानीय पुलिस और प्रशासन द्वारा इस मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है, ताकि आरोपियों को जल्द से जल्द सजा दिलाई जा सके।
इस घटना ने एक बार फिर से समाज में महिलाओं के खिलाफ अपराधों की बढ़ती घटनाओं पर चिंता जताई है। समाज और कानून दोनों को इस दिशा में प्रभावी कदम उठाने की आवश्यकता है ताकि महिलाओं को सुरक्षा मिल सके और अपराधियों को कड़ी सजा दिलाई जा सके।