बिहारसीतामढ़ी

सीतामढ़ी में नाबालिग की जबरन शादी कराना पड़ा महंगा, पुलिस ने बच्ची को कराया मुक्त; आरोपियों पर केस दर्ज

सीतामढ़ी:  सीतामढ़ी जिले के परिहार प्रखंड की मनपोर पंचायत के एक गांव में 17 साल की नाबालिग बालिका का चोरी-चुपके विवाह करा दिया गया। मंगलवार दोपहर इस शादी की सूचना बचपन बचाओ आंदोलन (बीबीए) को मिलने के बाद पुलिस तुरंत हरकत में आ गई।

पुलिस के पहुंचने से पहले ही जबरन करा दी गई शादी

नाबालिग की चोरी-चुपके विवाह की सूचना मिलने के बाद बचपन बचाओ आंदोलन के सहायक प्रोजेक्ट ऑफिसर मुकुंद कुमार चौधरी ने डीपीओ आईसीडीएस एवं पुलिस उपाधीक्षक सह नोडल विशेष किशोर पुलिस इकाई राकेश कुमार रंजन को मामले की जानकारी देकर बाल विवाह रूकवाने का अनुरोध किया। हालांकि जबतक पुलिस प्रशासन मौके पर पहुचता तबतक बच्ची की शादी करवा दी गई थी।

11,786 रूपये लेकर करा दी शादी

अनुमंडलीय पदाधिकारी एवं बाल विवाह निषेध अधिकरी सदर अनुमंडल प्रशांत कुमार के निर्देश पर गांव में बाल विवाह रूकवाने के लिए अंचलाधिकारी परिहार प्रभात कुमार, बेला थानाध्यक्ष चन्द्र भूषण सिंह, बचपन बचाओ आंदोलन के प्रतिनिधि मुकंद कुमार चौधरी एवं बेला थाना की पुलिस पहुंची। लेकिन तबतक बच्ची की शादी 11,786 रूपये का मोहर देन और बंध पत्र बनवाकर करवा दी गई थी।

पुलिस ने नाबालिग बच्ची को मुक्त करा लिया है। इस मामले में नाबालिग की शादी करवाने वालों के खिलाफ अंचलाधिकारी परिहार के आवेदन पर थाना में दर्ज़ करने की प्रक्रिया चल रही हैं

आंदोलन निदेशक ने की पुलिस की सराहना

बचपन बचाओ आंदोलन के निदेशक मनीष शर्मा ने नाबालिग को बचाने एवं बाल विवाह करवाने वालो के खिलाफ कार्रवाई में दिखाई इस तत्परता के लिए जिला प्रशासन एवं जिला पुलिस की सराहना करते हुए कहा कि नाबालिगों के साथ जबरन विवाह जैसे अपराधों की रोकथाम के लिए पुलिस, प्रशासन के इस तरह के समन्वित प्रयासों से निश्चित रूप से ऐसी घटनाओं पर अंकुश लगाने में मदद मिलेगी। बाल विवाह के खिलाफ कानूनों पर सख्ती से अमल करने की जरूरत है।

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