DESK: बिहार के कटिहार जिले के पोठिया गाँव में 23 वर्षीय युवती रौशनी की दर्दनाक हत्या ने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया है। रौशनी, जिसने मात्र 10 दिन पहले बिहार पुलिस में कार्यरत कार्तिक मंडल से प्रेम विवाह किया था, को घर के दरवाजे पर बैठी अवस्था में नकाबपोश बदमाशों ने गोली मार दी। वारदात के समय रात का अंधेरा था और आरोपी दो नकाबपोश बाइक सवार बदमाश थे। रौशनी के शरीर से अत्यधिक खून बहने के कारण उसे आनन-फानन में कटिहार मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
रौशनी छोहार पंचायत की निवासी थी, और उसकी और कार्तिक की प्रेम कहानी पिछले एक साल से चल रही थी। दोनों ने हाल ही में विवाह किया था, लेकिन शादी के बाद ससुराल में रौशनी की स्थिति बहुत तनावपूर्ण थी। बताया जा रहा है कि कार्तिक की मां, किरण देवी, इस शादी से नाराज थीं, क्योंकि उन्हें अपने बेटे की शादी से दहेज के रूप में पैसे नहीं मिले थे। किरण देवी ने शादी के बाद 5 लाख रुपये की मांग की थी, और दहेज न मिलने पर रौशनी को धमकी दी थी कि वह उसे गोली मरवा देंगी।
घटना के समय जब रौशनी अपने घर के सामने बैठी हुई थी, तभी नकाबपोश बदमाश आए और पिस्टल निकालने लगे। रौशनी ने उन्हें देखकर भागने की कोशिश की, लेकिन तब तक एक गोली उसकी गर्दन में जा लगी। गोली लगते ही रौशनी जमीन पर गिर पड़ी और बुरी तरह घायल हो गई। यह पूरी घटना बेहद पेशेवर तरीके से अंजाम दी गई, जिससे पुलिस को संदेह है कि यह काम किसी प्रशिक्षित शूटर का हो सकता है।
घटना के बाद, पुलिस ने तुरंत घटनास्थल पर पहुंचकर जांच शुरू की और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर बाइक सवार दोनों नकाबपोश बदमाशों की तलाश जारी है। शुरुआती जांच में इस हत्या के पीछे पारिवारिक विवाद और सास की नाराजगी को प्रमुख कारण माना जा रहा है। पुलिस ने रौशनी के परिवार वालों से भी पूछताछ की है, जिसमें यह बात स्पष्ट हुई है कि शादी के बाद से ही रौशनी की सास ने उसे प्रताड़ित करना शुरू कर दिया था।
इस घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है और लोग रौशनी की हत्या पर गुस्से और दुःख में हैं। प्रेम विवाह को लेकर पहले से ही समाज में विवाद होते रहे हैं, लेकिन इस घटना ने परिवारिक दबाव और दहेज प्रथा से जुड़े खतरों को फिर से उजागर कर दिया है। पुलिस इस मामले की गहनता से जांच कर रही है और जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया है।