पटना – बिहार में यातायात व्यवस्था को आधुनिक और सुगम बनाने की दिशा में एक और बड़ा कदम बढ़ाया गया है। राज्य के चार प्रमुख शहरों – गया, मुजफ्फरपुर, दरभंगा और भागलपुर में मेट्रो रेल परियोजना को लेकर सैद्धांतिक सहमति बन गई है। सरकार की ओर से इस परियोजना के लिए रिपोर्ट भी तैयार कर ली गई है, और जल्द ही इस पर विस्तार से जानकारी साझा की जाएगी।
विधान परिषद में उठा मेट्रो का मुद्दा
बिहार विधान परिषद में कांग्रेस के एमएलसी मदन मोहन झा ने इस मुद्दे को उठाया और इन चारों शहरों में मेट्रो के निर्माण को लेकर सरकार से जानकारी मांगी। इसके जवाब में नगर विकास मंत्री जीवेश मिश्रा ने बताया कि राइट्स कंपनी को इस परियोजना का सर्वेक्षण और रिपोर्ट तैयार करने की जिम्मेदारी दी गई थी, और अब रिपोर्ट सरकार को सौंप दी गई है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि संकल्प संख्या 4110/2126 के तहत इस परियोजना पर सहमति बन चुकी है। जल्द ही इस पर विस्तृत समीक्षा की जाएगी और आगे की योजना साझा की जाएगी।
चारों शहरों में दो-दो कॉरिडोर प्रस्तावित
गया, मुजफ्फरपुर, दरभंगा और भागलपुर में मेट्रो रेल परियोजना के तहत दो-दो रूट प्रस्तावित किए गए हैं। इनमें सबसे लंबा मेट्रो रूट गया में 36 किलोमीटर का होगा, जबकि दरभंगा में सबसे छोटा 18.8 किलोमीटर का प्रस्तावित है। इसके अलावा, भागलपुर में 24 किलोमीटर और मुजफ्फरपुर में 21.25 किलोमीटर का मेट्रो रूट विकसित करने की योजना है।

गया में सबसे लंबा मेट्रो नेटवर्क, बोधगया तक कनेक्टिविटी
गया शहर में मेट्रो परियोजना के तहत 28 स्टेशन प्रस्तावित हैं, जो इसे सबसे बड़ा मेट्रो नेटवर्क बनाता है।
- उत्तर-दक्षिण कॉरिडोर (22.60 किमी, 18 स्टेशन)
- रूट: एयरपोर्ट से बोधगया होते हुए गया रेलवे स्टेशन तक
- पूर्व-पश्चिम कॉरिडोर (13.48 किमी, 10 स्टेशन)
- रूट: बिपार्ड से विष्णुपद मंदिर होते हुए मानपुर बस अड्डा तक
भागलपुर में दो चरणों में मेट्रो, कुल 24 स्टेशन
बिहार की सिल्क सिटी भागलपुर में 24 स्टेशनों के साथ दो चरणों में मेट्रो परियोजना प्रस्तावित है।
- पहला चरण:
- कॉरिडोर 1 (12 किमी, 12 स्टेशन) – सैदपुर से चंपानगर
- कॉरिडोर 2 (7 किमी, 6 स्टेशन) – भागलपुर स्टेशन से वास्तु विहार
- दूसरा चरण:
- रूट (5 किमी, 4 स्टेशन) – भागलपुर स्टेशन से चंपानगर
मुजफ्फरपुर में 20 स्टेशन, एसकेएमसीएच से जंक्शन कनेक्ट होगा
मुजफ्फरपुर में दो कॉरिडोर में 20 स्टेशन प्रस्तावित हैं।
- पहला रूट (13.85 किमी, 13 स्टेशन) – हरपुर बखरी से रामदयालु
- दूसरा रूट (7.40 किमी, 7 स्टेशन) – एसकेएमसीएच से मुजफ्फरपुर जंक्शन
दरभंगा में सबसे छोटा मेट्रो रूट, एयरपोर्ट से डीएमसीएच कनेक्ट होगा
मिथिलांचल के प्रमुख शहर दरभंगा में कुल 18 स्टेशन प्रस्तावित हैं।
- पहला रूट (8.90 किमी, 8 स्टेशन) – एयरपोर्ट से दरभंगा मेडिकल कॉलेज (डीएमसीएच)
- दूसरा रूट (9.90 किमी, 10 स्टेशन) – पॉलिटेक्निक से बिजुली
क्या होगा फायदा?
- यातायात की सुविधा: इन शहरों में बढ़ती जनसंख्या और वाहनों के दबाव को कम करने में मदद मिलेगी।
- पर्यटन को बढ़ावा: खासकर गया और दरभंगा में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को फायदा होगा।
- पर्यावरण संरक्षण: पब्लिक ट्रांसपोर्ट के रूप में मेट्रो ट्रेनों के इस्तेमाल से प्रदूषण कम होगा।
- आर्थिक विकास: मेट्रो परियोजना से रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।
बिहार सरकार का यह निर्णय प्रदेश के शहरी परिवहन को आधुनिक और टिकाऊ बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। चारों शहरों में मेट्रो के दो-दो रूटों की योजना पूरी हो चुकी है, और रिपोर्ट भी सरकार को सौंप दी गई है। अब सभी की नजरें इस पर हैं कि इस महत्वाकांक्षी योजना पर कब से काम शुरू होगा।