सीएम नीतीश कुमार पहुंचे चेतन आनंद के दही-चूड़ा भोज में, सियासी खिचड़ी पर गरमाए सियासी बयान
पटना: बिहार की सियासत में इन दिनों हलचल तेज है। बुधवार को राजद के बागी विधायक चेतन आनंद के नए आवास पर गृह प्रवेश और दही-चूड़ा भोज का आयोजन किया गया। इस आयोजन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी शिरकत की। चेतन आनंद ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। सीएम के साथ बिहार कैबिनेट के अन्य नेता भी इस कार्यक्रम में मौजूद रहे।
आयोजन के दौरान आनंद मोहन ने इसे बिहार की सांस्कृतिक विरासत का हिस्सा बताया। उन्होंने कहा, “इस दिन हम सारे सुख-दुख भूलकर दही-चूड़ा खाते हैं और शाम को खिचड़ी का आनंद लेते हैं।” जब उनसे सियासी खिचड़ी को लेकर सवाल किया गया, तो उन्होंने इसे समय का खेल बताया और कहा कि हर किसी को अपनी राजनीति करने की आजादी है।
“हमको बुलाते तो जरूर जाते”
पशुपति पारस के आवास पर लालू प्रसाद यादव के जाने और एनडीए नेताओं के नहीं शामिल होने पर आनंद मोहन ने कहा, “हमको बुलाते तो जरूर जाते। इसे राजनीति से जोड़ना सही नहीं है। अब देखना होगा कि आने वाले समय में कौन क्या कदम उठाता है।”
वहीं, विपक्ष द्वारा 2025 विधानसभा चुनाव में जीत के दावे को लेकर उन्होंने विपक्ष पर तंज कसा। उन्होंने कहा, “पिछली बार भी चार उपचुनाव में बंगाल की तरह ‘खेला होवे’ की बात कही थी, लेकिन खुद खेल में फंस गए।”
महाकुंभ और मां गंगा का बुलावा
महाकुंभ को लेकर कांग्रेस के सवाल पर उन्होंने इसे आस्था का विषय बताया। योगी आदित्यनाथ द्वारा आयोजन की सराहना करते हुए कहा, “योगी जी इसे सुंदर तरीके से कर रहे हैं। वे बधाई के पात्र हैं।” जब महाकुंभ में जाने को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, “अगर मां गंगा का बुलावा आएगा, तो जरूर जाएंगे।”
इस आयोजन और बयानबाजी ने बिहार की सियासत में नई चर्चा छेड़ दी है। आने वाले समय में इसके सियासी असर पर सभी की नजरें टिकी रहेंगी।