बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को राजधानी के दानापुर के नासरीगंज घाट से कंगन घाट तक पानी के जहाज से गंगा नदी के विभिन्न छठ घाटों का भ्रमण किया. सीएम ने छठ पूजा के अवसर पर अस्ताचलगामी भगवान सूर्य को अर्घ्य भी दिया और छठव्रतियों को शुभकामनाएं भी दी और राज्यवासियों की सुख, शांति और समृद्धि की कामना की.
गुरुवार शाम को लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं ने पटना में गंगा नदी के विभिन्न घाटों पर अस्ताचलगामी भगवान सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया. सीएम नीतीश कुमार जब घाटों का भ्रमण कर रहे थे तो श्रद्धालुओं ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का अभिवादन हाथ उठाकर किया. सीएम ने सभी लोगों का अभिवादन हाथ उठाकर स्वीकार किया और उनका जवाब दिया.
ज्ञात हो कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हर साल छठ व्रतियों की सुविधाओं को लेकर छठ घाटों का भ्रमण करते हैं. मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया था कि छठ घाटों पर व्रतियों की सुविधा एवं सुरक्षा का पूरा इंतजाम किया जाए. इसके मद्देनजर प्रशासन की तरफ से पूरी व्यवस्था की गई थी, ताकि लोगों को किसी तरह की समस्या और परेशानी नहीं हो.
सीएम ने विभिन्न घाटों का किया भ्रमण
इस अवसर पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह केन्द्रीय मंत्री जेपी नड्डा, उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा, ऊर्जा मंत्री बिजेन्द्र प्रसाद यादव, राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री डॉ दिलीप कुमार जायसवाल, विधान पार्षद ललन सर्राफ, भाजपा के बिहार प्रदेश संगठन महामंत्री भीखू भाई दलसानिया, भाजपा नेता ऋतुराज सिन्हा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार सीएम के साथ उपस्थित थे.
इनके अतिरिक्त सीएम के साथ मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा, जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव संतोष कुमार मल्ल, मुख्यमंत्री के सचिव कुमार रवि, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, नगर विकास एवं आवास विभाग के सचिव अभय कुमार सिंह, पटना के प्रमंडलीय आयुक्त मयंक बरबड़े, पुलिस महानिरीक्षक, सुरक्षा विनय कुमार, पटना प्रक्षेत्र की पुलिस महानिरीक्षक गरिमा मलिक, जिलाधिकारी डॉ चन्द्रशेखर सिंह, वरीय पुलिस अधीक्षक राजीव मिश्रा, पटना नगर निगम के आयुक्त अनिमेश परासर सहित अन्य वरीय पदाधिकारी उपस्थित थे.
सीएम ने अस्ताचलगामी भगवान सूर्य को अर्पित किया अर्घ्य
पटना के छठ घाटों के भ्रमण से पहले सीएम नीतीश कुमार ने अपने 1 अणे मार्ग स्थित मुख्यमंत्री आवास पर छठ पूजा में शामिल हुए और परिवार के निकट सदस्यों के साथ अस्ताचलगामी भगवान सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया.