पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार, 2 जनवरी 2025 को राज्य के 24 बहादुर नागरिकों को उनके प्रयासों के लिए नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया। यह आयोजन एक अणे मार्ग स्थित ‘संकल्प’ सभागार में हुआ, जहां मुख्यमंत्री ने अवैध खनन रोकथाम में योगदान देने वाले नागरिकों को प्रोत्साहित करने के लिए उनकी बैंक खातों में पुरस्कार राशि ट्रांसफर की।
अवैध खनन पर शिकंजा कसने की पहल
राज्य सरकार ने अवैध खनन और इससे जुड़े राजस्व की चोरी को रोकने के लिए एक विशेष योजना की शुरुआत की है। इस योजना के तहत, अवैध खनन गतिविधियों की जानकारी देने वाले नागरिकों को नकद इनाम दिया जाता है। ट्रैक्टर की सूचना देने वाले को ₹5,000 और ट्रक की सूचना देने वाले को ₹10,000 की राशि दी जा रही है।
इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा, “अवैध खनन से न केवल राजस्व की हानि होती है, बल्कि यह पर्यावरण और सामाजिक ढांचे को भी नुकसान पहुंचाता है। इसके खिलाफ लड़ाई में जनता का सहयोग अत्यंत महत्वपूर्ण है।”
24 योद्धाओं को सम्मान
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने माउस के एक क्लिक से 24 नागरिकों के बैंक खातों में पुरस्कार राशि स्थानांतरित की। ये सभी लोग राज्य के विभिन्न हिस्सों से आए थे और उन्होंने खनन माफियाओं की जानकारी देकर सरकार को सहायता प्रदान की।
कार्यों की प्रस्तुति और फिल्म का प्रदर्शन
कार्यक्रम में खान एवं भूतत्व विभाग के प्रधान सचिव नर्मदेश्वर लाल ने विभाग की उपलब्धियों और प्रयासों पर एक प्रस्तुति दी। इसमें अवैध खनन रोकने के लिए अपनाई गई रणनीतियों और नवाचारों की जानकारी दी गई। इसके साथ ही विभाग के कार्यों पर आधारित एक लघु फिल्म भी प्रस्तुत की गई, जिसने इस पहल के महत्व को उजागर किया।
प्रमुख लोग रहे मौजूद
इस अवसर पर मुख्यमंत्री के साथ उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, खान एवं भूतत्व विभाग के मंत्री विजय कुमार सिन्हा और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम ने नागरिकों को इस योजना में भाग लेने के लिए प्रेरित किया और अवैध खनन पर सख्त कार्रवाई का संदेश दिया।