BSNL 4G: बिहार में बीएसएनएल (भारत संचार निगम लिमिटेड) ने अपने उपभोक्ताओं को बेहतर सेवा प्रदान करने के उद्देश्य से 15 जनवरी 2025 से अपनी 3जी सेवाओं को पूरी तरह बंद कर दिया है। कंपनी ने राज्य में अब 4जी सेवा शुरू करने की प्रक्रिया तेज कर दी है। बीएसएनएल के इस निर्णय से लाखों उपभोक्ताओं को तेज़ और उन्नत इंटरनेट कनेक्टिविटी का लाभ मिलेगा।
यूजर्स को दी गई थी पहले ही जानकारी
बीएसएनएल ने अपनी 3जी सेवाएं बंद करने और 4जी सेवाओं को लॉन्च करने की योजना की जानकारी उपभोक्ताओं को पहले ही दे दी थी। 15 जनवरी को तय समयानुसार 3जी सेवाएं बंद कर दी गईं। इसके बाद अब 4जी सेवा को विभिन्न जिलों में सक्रिय किया जा रहा है। कंपनी का कहना है कि इस कदम से उपभोक्ताओं को बेहतर नेटवर्क, तेज़ डेटा स्पीड और कॉल क्वालिटी का अनुभव होगा।
कदम दर कदम 4जी सेवा का विस्तार
बीएसएनएल ने अपने नेटवर्क को दो चरणों में अपग्रेड करने की प्रक्रिया शुरू की थी। पहले चरण में बिहार के मुंगेर, कटिहार, खगड़िया और मोतिहारी जैसे जिलों में 3जी सेवाओं को बंद कर 4जी सेवाओं का विस्तार किया गया। अब दूसरे चरण में पटना समेत अन्य जिलों में 4जी नेटवर्क को सक्रिय किया जा रहा है। इस अपग्रेड के तहत पुराने 3जी टावरों को 4जी नेटवर्क में बदला गया है।
सिम अपग्रेड का सरल प्रक्रिया
बीएसएनएल ने उपभोक्ताओं को 4जी सेवा का लाभ उठाने के लिए अपने सिम कार्ड अपग्रेड कराने की सलाह दी है। सिम कार्ड को अपग्रेड करने के लिए उपभोक्ताओं को केवल अपना आधार कार्ड लेकर नजदीकी बीएसएनएल कस्टमर सर्विस केंद्र जाना होगा। कंपनी ने स्पष्ट किया है कि सिम अपग्रेड के लिए कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। सिम बदलने के तुरंत बाद 4जी सेवाएं चालू कर दी जाएंगी।
भविष्य की योजनाएं: 5जी सेवा का आगाज
बीएसएनएल ने घोषणा की है कि वह वर्ष 2025 तक देशभर में 4जी सेवाओं का पूरी तरह विस्तार कर लेगी और 5जी सेवाओं की शुरुआत भी करेगी। कंपनी की यह पहल डिजिटल इंडिया मिशन को बढ़ावा देने और उपभोक्ताओं को अत्याधुनिक संचार सेवाएं प्रदान करने की दिशा में बड़ा कदम है।
लाखों उपभोक्ताओं को होगा लाभ
3जी सेवाओं के बंद होने और 4जी नेटवर्क के आगमन से बिहार के लाखों उपभोक्ताओं को तेज़ और भरोसेमंद इंटरनेट का अनुभव होगा। बेहतर कनेक्टिविटी, तेज़ डाउनलोड स्पीड और उच्च गुणवत्ता की कॉलिंग सुविधा से यूजर्स की संचार सुविधाएं पहले से अधिक प्रभावी हो जाएंगी।
बीएसएनएल का यह कदम न केवल डिजिटल कनेक्टिविटी में सुधार लाएगा, बल्कि राज्य के विकास में भी योगदान देगा।