पटना. अक्टूबर के अंतिम सप्ताह से ही सर्दी का आभास होना आम बात थी, लेकिन इस साल बिहार में सर्दी का इंतजार लंबा खिंचता जा रहा है. मौसम शुष्क बना हुआ है और हल्की सिहरन का अनुभव जरूर हो रहा है, मगर ठंड की वास्तविक शुरुआत अब तक नहीं हो पाई है. पटना स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक एस.के. पटेल के अनुसार, इस देरी का मुख्य कारण एक मजबूत पश्चिमी विक्षोभ का अभाव है. फिलहाल, आज कुछ जिलों में हल्की बारिश की संभावना है, लेकिन न्यूनतम तापमान अब भी सामान्य से चार से पांच डिग्री सेल्सियस अधिक है.
क्यों नहीं आ पाई सर्दी?
वैज्ञानिक एसके पटेल बताते हैं कि अब तक कोई मजबूत पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत के पहाड़ी क्षेत्रों में दस्तक नहीं दे सका है. कुछ विक्षोभ आए भी हैं, तो वे काफी कमजोर थे, जिनसे ऊंचे पहाड़ों पर हल्की वर्षा तो हुई, लेकिन इससे तापमान पर कोई असर नहीं पड़ा. ठंड के आगमन के लिए जरूरी है कि पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी हो और मैदानी इलाकों में अच्छी वर्षा. इसके बाद पहाड़ों से चलने वाली ठंडी उत्तर-पश्चिमी हवाएं बिहार तक पहुंचकर सर्दी का एहसास दिलाती हैं.
फिलहाल, अगले सप्ताह तक भी किसी बड़े पश्चिमी विक्षोभ के आने की संभावना मौसम पूर्वानुमान में नजर नहीं आ रही है, जिसके चलते नवंबर महीने के पहले पखवाड़े में सर्दी का एहसास अभी दूर ही है.
फिलहाल सिहरन क्यों हो रही है महसूस?
हालांकि, जैसे-जैसे समय बढ़ता है, मौसम अपने आप ठंडा होता जाता है. इसका कारण यह है कि सूर्य धीरे-धीरे दक्षिणी गोलार्ध और मकर रेखा की ओर बढ़ता है, जिससे किरणें तिरछी पड़ने लगती हैं और तापमान अपने आप कम होता जाता है. लेकिन ठिठुरन वाली सर्दी के लिए एक मजबूत पश्चिमी विक्षोभ या लगातार दो विक्षोभ की आवश्यकता होती है ताकि पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी शुरू हो सके और वहां से ठंडी हवाएं चलकर बिहार में सर्दी का एहसास करा सकें.
आज का मौसम कैसा रहेगा?
आज बिहार के अधिकांश जिलों में मौसम शुष्क ही रहेगा. पश्चिम चंपारण और पूर्वी चंपारण के कुछ स्थानों को छोड़कर शेष जिलों में बारिश की संभावना नहीं है. हालांकि, कुछ जिलों में आंशिक बादल छाए रह सकते हैं. सुबह के समय राज्य के ग्रामीण और नदियों के किनारे बसे क्षेत्रों में हल्की धुंध देखी जा सकती है. अधिकतम तापमान 30°C से 32°C के बीच और न्यूनतम तापमान 20°C से 22°C के बीच रहने का अनुमान है.
प्रदूषण की स्थिति
बिहार में प्रदूषण का स्तर भी चिंता का विषय बनता जा रहा है. 03 नवंबर की रात 11 बजे तक मुजफ्फरपुर का AQI 251 दर्ज किया गया, जो गंभीर स्तर को दर्शाता है. इसके अलावा पटना का AQI 231, राजगीर का 197, किशनगंज का 186, अररिया का 161, भागलपुर का 119, बेगूसराय का 138, बिहार शरीफ का 167, गया का 150, छपरा का 146, सीवान का 160, सहरसा का 126 और समस्तीपुर का 103 दर्ज किया गया.
कहां की हवा है सही स्थिति में?
कुछ जिलों में हवा की स्थिति अपेक्षाकृत बेहतर है. आरा का AQI 97, बेतिया का 88 और मोतिहारी का 79 दर्ज किया गया है, जो स्वस्थ स्तर को दर्शाता है.