बिहार

बिहार: जो निकला फर्जी दरोगा… पुलिस विभाग ने राज्यपाल की सुरक्षा में लगाई उसकी ड्यूटी! खड़े हुए कई सवाल

बिहार के दरभंगा में हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां पुलिस ने एक फर्जी दरोगा को गिरफ्तार किया. उस पर पुलिस की नकली वर्दी पहनकर शहर के चौराहों पर वाहनों से अवैध वसूली के आरोप हैं. कार्रवाई करते हुए उसे जेल भेज दिया गया. अब इस मामले में नया मोड़ आया है. आरोपी फर्जी दरोगा के भाई ने उसकी नियुक्ति से सम्बंधित कागजात प्रस्तुत कर पुलिस विभाग के सिस्टम पर ही सवाल खड़ा कर दिया है.

पुलिस अधिकारियों द्वारा जिस व्यक्ति को फर्जी दरोगा बताया जा रहा है उसके पुलिसकर्मियों के साथ ग्रुप फोटो भी सामने आए हैं. आरोपी के भाई ने मीडिया के सामने आरोपी के नियुक्ति और ड्यूटी से संबंधित कागज दिखाए हैं. हैरत की बात यह है कि कागजों में उसकी तैनाती सिमरी थाना में अवर निरीक्षक के रूप में की गई है. यही नही 11 फरवरी को दरभंगा आये केरल के राज्यपाल को लेकर भी उसकी डयूटी यातायात व्यवस्था में लगाई गई थी.

दरभंगा के मिर्जापुर से किया था गिरफ्तार

बुधवार को दरभंगा पुलिस ने अशोक कुमार साह को गिरफ्तार किया था. जिस वक्त उसे पकड़ा गया था उस दौरान वह पुलिस की वर्दी पहना हुआ था. उसे दरभंगा के मिर्जापुर से वाहन चालकों से अवैध वसूली करते दबोचा गया था. पुलिस अधिकारी ने खुलासा करते हुए बताया था कि अशोक पिछले करीब 9 महीने से फर्जी दरोगा बन शहर के चौराहों पर यातायात डयूटी कर रहा था. वर्दी की रौब दिखाकर वह वाहन चालकों से रूपये वसूल रहा था. गुप्त सूचना पर उसकी जांच की गई और उसे गिरफ्तार किया गया. अशोक 3 बार पुलिस भर्ती के लिए एग्जाम दे चुका है.

राज्यपाल की सुरक्षा में लगी थी डयूटी!

इस मामले में आरोपी अशोक के भाई मुकेश ने पुलिस अधिकारी के आरोपों को गलत बताया है. उसने अपने भाई के बचाव में वह पत्र दिखाया जिसमें अशोक कुमार साह को न सिर्फ थाने में डयूटी बांटी गई थी बल्कि दुर्गा पूजा से लेकर सरस्वती पूजा के दौरान भी सुरक्षा व्यवस्था के लिए तैनात किया गया था. इसके अलावा मुकेश ने कई ऐसी तस्वीर भी दिखाई जिसमे उसका भाई पुलिस सब इंस्पेक्टर की वर्दी पहने कई पुलिस वालों के साथ ऑन ड्यूटी पर है. मुकेश ने बताया कि केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान के आने के लिए जो यातायात व्यवस्था की गई थी उसमें अशोक की ड्यूटी दिल्ली मोड़ के पास लगाई गई थी.

दरभंगा एसएसपी जगुनाथ रेड्डी ने कहा कि आरोपी अशोक कुमार साह नकली पुलिस सब इंस्पेक्टर बनकर यातायात व्यवस्था में लगा था और आम लोगो से अवैध उगाही भी करता था. वह फर्जी पदस्थापना पत्र बनाकर पुलिसवालों को धोखा दे रहा था. उसने अपना फर्जी आई कार्ड भी बनवा रखा था. कुछ पुलिस वालों के साथ उसके ग्रुप फोटो भी सामने आए हैं. सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है.

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