बिहार के भागलपुर जिले के मेडिकल कॉलेज में रैगिंग के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गई है. यहां एंटी रैगिंग के मामले में मेडिकल कॉलेज के 120 छात्रों पर बड़ा एक्शन लिया गया है. जूनियर से रैगिंग के मामले में कॉलेज प्रशासन ने 120 एमबीबीएस के छात्रों को सेमेस्टर बैक कर दिया गया है. साथ ही अश्लील मैसेज भेजने वाले 11 सीनियर छात्रों पर 25-25 हज़ार का जुर्माना भी लगाया गया है. वहीं सभी छात्रों को हॉस्टल भी खाली करने का निर्देश दिया गया.
यह कार्रवाई एंटी रैगिंग कमेटी की ओर से की गई है और इसकी सूचना नेशनल मेडिकल काउंसिल आफ इंडिया को भी भेज दी गई है. मेडिकल कॉलेज में किसी तरह की अप्रिय घटना ना घटे इसको लेकर प्रिंसिपल ने डीएम, कमिश्नर, एसएसपी के साथ तिलकामांझी और बरारी थानाध्यक्ष को भी पत्र के माध्यम से मामले की जानकारी दी है. रैगिंग के खिलाफ हुई इस बड़ी घटना के बाद से क्लास बाधित है और शिकायत करने वाले जूनियर छात्रों में डर का माहौल है.
NMC के नियम के आधार पर कार्रवाई
पूरे मामले को देखते हुए कॉलेज प्रबंधन ने सुरक्षा गार्ड को भी अलर्ट कर दिया है. वहीं मेन गेट के अंदर जूनियरों के साथ किसी भी सीनियर के जाने पर रोक लगाई गई है. मामले को लेकर सीनियर छात्रों का कहना है कि रैगिंग में कुछ छात्र ही शामिल थे, लेकिन पूरे बैच के खिलाफ कार्रवाई करना गलत है. इस पर प्राचार्य ने कहा कि घटना के बाद पूरे बैच की मीटिंग बुलाई गई थी, जिसमें रैगिंग करने वाले छात्र का नाम पूछा गया, लेकिन सभी ने अपना मुंह बंद रखा जिसके बाद NMC (राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग) के नियम के आधार पर कार्रवाई की गई.
क्या है पूरा मामला?
भागलपुर के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के फर्स्ट ईयर के छात्रों ने नेशनल मेडिकल कमीशन को ईमेल के माध्यम से 2023 बैच के छात्रों के द्वारा रैगिंग करने की शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें यह लिखा गया था कि पिछले सप्ताह सीनियर छात्रों ने जूनियर छात्रों का सिर मुंडवाकर उन्हें मुर्गा बनाया गया था. साथ ही 2024 बैच की नए एनरोल्ड छात्रों को सीनियर छात्रों ने व्हाट्सएप पर अश्लील मैसेज और आपत्तिजनक पोस्ट भेजे थे.
हॉस्टल खाली करने के दिए निर्देश
सर मुंडवाने के मामले में 2023 बैच के सभी सीनियर छात्रों को आरोपी बनाया गया. वहीं आपत्तिजनक पोस्ट के मामले में 11 सीनियर छात्रों का नाम है. जिनके खिलाफ अब कड़ी कार्रवाई की गई है. मामले में हॉस्टल पर नोटिस चिपका कर 2023 बैच के सीनियर छात्रों को 6 महीने के लिए हॉस्टल खाली करने का निर्देश भी जारी किया गया है.