बिहार के भागलपुर जिले में शिक्षा विभाग ने 50 शिक्षकों को ऑनलाइन हाजिरी में गड़बड़ी के आरोप में चिन्हित किया है। विभाग ने ई-शिक्षाकोष एप पर हाजिरी दर्ज करने के नियम लागू किए हैं, लेकिन कई शिक्षकों द्वारा इस प्रक्रिया में अनियमितताएं पाई गई हैं। शिक्षा विभाग की तकनीकी टीम ने इन शिक्षकों पर फोटो में छेड़छाड़ करके अपनी उपस्थिति दर्ज करने का आरोप लगाया है। विभाग ने इसे गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई का संकेत दिया है।
शिक्षकों की अनियमितता का खुलासा
जिला शिक्षा कार्यालय ने जांच के बाद पाया कि कई शिक्षक अपने लॉगिन का दुरुपयोग कर रहे थे। कई जगहों पर प्रधानाध्यापक के लॉगिन का उपयोग अन्य शिक्षक कर रहे हैं, जिससे वे अपनी उपस्थिति गलत तरीके से दर्ज कर रहे हैं। भागलपुर के अलावा नाथनगर, नगर निगम, कहलगांव, और सनहौला जैसे क्षेत्रों से भी ऐसे मामले सामने आए हैं।
शिक्षा विभाग की टीम यह भी जांच कर रही है कि क्या अन्य जिलों में भी फोटो के साथ छेड़छाड़ कर हाजिरी दर्ज करने का चलन है। मधेपुरा जिले में भी इसी प्रकार की गड़बड़ी का मामला सामने आया है, जहाँ चौसा प्रखंड के 21 स्कूलों के शिक्षकों ने प्रधानाध्यापक के लॉगिन से अपनी उपस्थिति दर्ज की। इसके बाद इन शिक्षकों से स्पष्टीकरण मांगा गया है और उनकी सैलरी में कटौती की संभावना है।
तकनीकी टीम और निरीक्षण के निर्देश
विभाग की तकनीकी टीम को इस मामले पर तेजी से काम करने के निर्देश दिए गए हैं। टीम को रोजाना हाजिरी की जांच करने और उसकी रिपोर्ट विभाग को सौंपने को कहा गया है। वैशाली जिले में हाल ही में हुई कार्रवाई के बाद डीपीओ स्थापना द्वारा भागलपुर में भी कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।
शिक्षा विभाग का यह कदम शिक्षकों में अनुशासन लाने और ई-शिक्षाकोष एप के सही उपयोग को सुनिश्चित करने की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है। विभाग ने साफ किया है कि दोषी पाए जाने वाले शिक्षकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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सख्त कार्रवाई की तैयारी
सूत्रों के अनुसार, विभाग द्वारा 50 शिक्षकों की सूची तैयार की गई है, और अगले एक-दो दिनों में उन पर कार्रवाई की जाएगी। शिक्षकों पर आरोप है कि उन्होंने अपनी उपस्थिति दर्ज करने के लिए फोटो में छेड़छाड़ की, जो कि एप के नियमों का स्पष्ट उल्लंघन है।
शिक्षा विभाग की इस कार्रवाई से अन्य जिलों के शिक्षक भी सतर्क हो गए हैं। विभाग का यह कड़ा रुख शिक्षकों को अपनी जिम्मेदारी सही ढंग से निभाने के लिए प्रेरित करेगा और भविष्य में इस तरह की गड़बड़ी को रोकने में मददगार साबित हो सकता है।