पटना: बिहार में पिछले कुछ दिनों से मॉनसून कमजोर पड़ा हुआ था, जिससे छिटपुट वर्षा हो रही थी। लेकिन अब मौसम के मिजाज में बदलाव की उम्मीद है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने 12 सितंबर से बिहार के कई हिस्सों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। यह सिलसिला अगले तीन से चार दिनों तक जारी रह सकता है। मौसम विज्ञान केंद्र पटना के वैज्ञानिक एसके पटेल ने बताया कि 17 सितंबर से मॉनसून की विदाई शुरू हो जाएगी, लेकिन उसके पहले बिहार में अच्छी बारिश की संभावना है।
मौसम का लेटेस्ट अपडेट
वैज्ञानिक एसके पटेल के अनुसार, बंगाल की खाड़ी से उठने वाले मौसमी सिस्टम के कारण मॉनसून टर्फ के रूट में बदलाव होने की संभावना है। इसके परिणामस्वरूप बिहार में अच्छी बारिश होने की उम्मीद है। हालांकि, आज बिहार के 26 जिलों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है, लेकिन कल यानी 12 सितंबर से कई जिलों में भारी बारिश का पूर्वानुमान है। इस समय ठनका गिरने का खतरा भी बढ़ जाता है, इसलिए IMD ने येलो अलर्ट जारी किया है।
आज की बारिश की संभावना
IMD के आंकड़ों के अनुसार, आज बिहार के पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, सीवान, सारण, सीतामढ़ी, शिवहर, मुजफ्फरपुर, वैशाली, मधुबनी, दरभंगा, समस्तीपुर, पटना, भोजपुर, बक्सर, अरवल, रोहतास, भभुआ, औरंगाबाद, गया, नवादा, नालंदा, जहानाबाद, शेखपुरा, लखीसराय और बेगूसराय जिलों में एक या दो जगहों पर हल्की से मध्यम वर्षा की संभावना है। बाकी 12 जिलों में कहीं-कहीं छिटपुट वर्षा हो सकती है।
वर्षा की कमी की स्थिति
10 सितंबर तक प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, बिहार में अब भी सामान्य से 27 फीसदी कम वर्षा हुई है। सबसे अधिक कमी मधुबनी और सारण में देखी गई है, जहां 52 फीसदी वर्षा की कमी है। सहरसा में 50 फीसदी, वैशाली और दरभंगा में 49 फीसदी, समस्तीपुर में 48 फीसदी, मुजफ्फरपुर में 47 फीसदी और पटना में 39 फीसदी वर्षा की कमी बनी हुई है।
हालांकि, अरवल, औरंगाबाद, शेखपुरा और नवादा जिलों में सामान्य से अधिक वर्षा दर्ज की गई है। नवादा में सबसे अधिक 17 फीसदी अधिक वर्षा हुई है, जबकि अरवल, औरंगाबाद में 2 फीसदी और शेखपुरा में 1 फीसदी सामान्य से अधिक वर्षा देखी गई है।
बिहार में अगले कुछ दिनों में मौसम का मिजाज बदलने की उम्मीद है। भारी बारिश के साथ-साथ ठनका गिरने का खतरा भी बना रहेगा। 17 सितंबर से मॉनसून की विदाई शुरू हो जाएगी, लेकिन उससे पहले अच्छी बारिश के आसार हैं। लोगों को सलाह दी जाती है कि वे मौसम के अपडेट पर नजर रखें और आवश्यक सावधानियां बरतें।