अरवल: बिहार के स्कूलों में छात्रों के बाद अब छात्राएं भी हथियारों के साथ स्कूल आने लगी हैं। एक ताज़ा घटना में, अरवल जिले के एक हाई स्कूल की नौवीं कक्षा की दो छात्राएं पिस्टल लेकर स्कूल पहुंच गईं, जिससे विद्यालय में अफरा-तफरी मच गई। यह घटना गुरुवार को हुई, जब दोनों छात्राओं ने 7.64 बोर की एक खाली पिस्टल अपने बैग में छिपाकर स्कूल लाई। इस हरकत का उद्देश्य स्कूल में अपना दबदबा कायम करना बताया जा रहा है।
स्कूल पहुंचने के बाद, एक छात्रा ने पिस्टल को क्लास में निकालकर अपने सहपाठियों को दिखाना शुरू किया। यह देखकर अन्य छात्राएं डर गईं और प्रधानाध्यापक को सूचना दी गई। प्रधानाध्यापक ने तुरंत मामले की तहकीकात शुरू कर दी, लेकिन दोनों छात्राओं ने स्थिति को भांपते हुए पिस्टल को एक अन्य सहेली के बैग में छिपा दिया और उसे घर भेज दिया।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
बिना छुट्टी के सहेली के अचानक घर जाने से प्रधानाध्यापक को शक हुआ। उन्होंने तुरंत उस छात्रा के परिवारवालों को सूचना दी और पुलिस को भी बुला लिया। जब पुलिस आने की खबर फैली, तो छात्रा के परिवारवालों ने पिस्टल को पानी भरे एक गड्ढे में फेंक दिया। पुलिस ने समय रहते पिस्टल को बरामद कर लिया और उसे जब्त कर लिया।
आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज
इस घटना के बाद, पुलिस ने तीनों छात्राओं से पूछताछ की और उन्हें कड़ी फटकार लगाई। अरवल के एसपी, राजेंद्र कुमार भील, ने बताया कि पिस्टल की जांच की जा रही है और मामले में कई पहलुओं पर जांच चल रही है। इस घटना को लेकर अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ शहर तेलपा थाने में आर्म्स एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।
छात्रों की सुरक्षा पर सवाल
इस घटना ने स्कूलों में सुरक्षा और अनुशासन को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पिस्टल लेकर स्कूल आने जैसी घटनाएं न केवल छात्रों की सुरक्षा के लिए खतरा हैं, बल्कि स्कूल के माहौल पर भी नकारात्मक प्रभाव डालती हैं। पुलिस और प्रशासन इस मामले में उचित कदम उठाने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।