बिहार के नियोजित शिक्षकों के मुद्दों को लेकर आज सीएम नीतीश कुमार ने सीएम आवास पर महागठबंधन के नेताओं के साथ बैठक की। जो करीब पौने 2 घंटे तक चली। बैठक के बाद बाहर निकले नेताओं ने बताया कि जल्द ही मुख्यमंत्री नीतीश इस मामले पर फैसला लेंगे। और शिक्षकों की मांग जल्द पूरी होगी।
बैठक के शामिल कांग्रेस विधायक दल के नेता डॉ. शकील अहमद खान ने कहा कि बहुत ही पॉजिटिव बात हुई है। सारी पार्टियों ने अपनी-अपनी बातें कही, जिसे नीतीश कुमार ने ध्यान से चुना। मुख्यमंत्री ने हमारी बातें सुन ली है, अब वे अधिकारियों से बात कर जल्द फैसला लेंगे
उधर, माले विधायक संदीप सौरभ ने कहा कि हमने पहले भी मुख्यमंत्री को ज्ञापन दिया था। कि नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी दिया जाये। आज उस मसले पर फिर से बहुत सकारात्मक तरीके से बात हुई है। अब सरकार इसके तकनीकी पहलुओं पर विचार करके फैसला लेगी। हमलोग कोशिश करेंगे कि जल्द फैसला हो जाये। वहीं सीपीआई और सीपीएम के विधायकों ने भी कहा कि मुख्यमंत्री के साथ बैठक को सकारात्मक बताया है।
आपको बता दें बिहार के शिक्षक लंबे वक्त से आंदोलन कर रहे हैं। और शिक्षक भर्ती नियमावली में किए गए डोमिसाइल बदलाव के खिलाफ हैं। वहीं नियोजित शिक्षकों की मांग राज्यकर्मी का दर्जा मिलने की भी है। महागठबंधन में शामिल वामपंथी पार्टियां खुलकर नियोजित शिक्षकों का समर्थन कर रही है। इस बैठक में शिक्षा विभाग के एसीएस केके पाठक भी शामिल हुए थे।
क्या हैं शिक्षकों की मांगें?
बिना शर्त राज्यकर्मी का दर्जा मिले
समान काम के समान वेतन मिले
पुरानी पेंशन योजना दोबारा लागू हो
पुरानी डोमिसाइल नीति को दोबारा लागू हो
शिक्षक बहाली नियमावली वापस ली जाए