तेजस्वी यादव ने बिहार विधानसभा में लगाया ईडी द्वारा पत्नी को प्रताड़ित किए जाने का आरोप, कहा – हमें उसे अस्पताल ले जाना पड़ा
पटना: ईडी के द्वारा हाल ही में लालू परिवार के ठिकानों पर की गई छापेमारी का दर्द उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को साल रहा है। इसको लेकर उन्होंने सदन में ईडी पर पत्नी राजश्री को परेशान करने का आरोप लगाते हुए कहा कि ईडी ने 30 मिनट में अपना काम पूरा करने के बावजूद मेरे आवास पर 15 घंटे बिताए। तेजस्वी यादव ने बिहार विधानसभा में कहा कि हम अपने पहले बच्चे की उम्मीद कर रहे हैं और मुझे अच्छा लगेगा अगर हमें एक बेटी का आशीर्वाद मिले।
तेजस्वी ने कहा कि मेरी पत्नी अपनी गर्भावस्था के कारण एक अनियमित रक्तचाप से पीड़ित है। उसकी हालत तब और खराब हो गई जब ईडी के छापे ने उसे इतने लंबे समय तक एक ही जगह पर कैद रखा। आखिरकार हमें उसे अस्पताल ले जाना पड़ा। उन्होंने कहा कि मुझे अपने पिता की वैचारिक प्रतिबद्धता और उनकी हिम्मत विरासत में मिली है।
तेजस्वी ने आगे कहा कि ‘ये दौर अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी के दौर से भी बहुत अलग है, जिनके साथ हमारे वैचारिक मतभेद थे। अब हम एक बदले की भावना देखते हैं जो राजनीति से परे दिखती है और अक्सर व्यक्तिगत हो जाती है। उन्होंने कहा कि ईडी ने 30 मिनट में अपना काम पूरा करने के बावजूद मेरे आवास पर 15 घंटे बिताए। जब मैंने पूछा तो उन्होंने कहा कि उन्हें दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के खिलाफ मामले में अपने रिकॉर्ड को बेहतर बनाने के निर्देश दिए गए थे, जिनके घर पर उन्होंने 14 घंटे बिताए थे।
वहीं तेजस्वी यादव ने यह भी कहा कि भाजपा हमारे गठबंधन (नीतीश के साथ) में एक खाई के बारे में कल्पना कर रही थी और (एनडीए छोड़ने का) निर्णय करने के लिए नीतीश को बधाई दी। उन्होंने कहा कि मुझे और क्या चाहिए। मेरे माता-पिता दोनों मुख्यमंत्री रह चुके हैं। मैंने इतनी कम उम्र में विपक्ष के नेता के साथ-साथ उपमुख्यमंत्री के रूप में भी काम किया है। वे (भाजपा) 2024 (लोकसभा चुनाव) में हार का सामना करने से डरे हुए हैं।