Ram Mandir Ayodhya: अयोध्या के राम मंदिर में 22 जनवरी को रामलला विराजेंगे. इससे पहले मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान की शुरुआत कर दी गई है. मंगलवार यानी 16 जनवरी से इसे शुरू किया गया था. वैदिक विद्वान आचार्य श्री गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ ने कहा कि अयोध्या में सप्ताह भर चलने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दूसरे दिन बुधवार 17 जनवरी को भगवान राम लला की मूर्ति श्री राम जन्मभूमि मंदिर के परिसर का भ्रमण करेगी.
गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ ने बताया कि आज दोपहर 1:20 बजे के बाद जलयात्रा, तीर्थ पूजा, ब्राह्मण-बटुक-कुमारी-सुवासिनी पूजा, वर्धिनी पूजा, कलशयात्रा और प्रसाद परिसर में भगवान श्री राम लला की मूर्ति का भ्रमण होगा. इससे पहले मंगलवार 16 जनवरी को श्री राम जन्मभूमि मंदिर में विष्णु पूजन के बाद पंचगव्य (दूध, मूत्र, गोबर, घी और दही) से पंचगव्यप्राशन किया गया था.
राम जन्मभूमि मंदिर ट्रस्ट ने कहा कि मूर्ति निर्माण स्थल पर कर्मकुटी होम भी किया गया और मंगलवार को मंडप में वाल्मिकी रामायण और भुसुंडीरामायण का पाठ किया गया. द्वादशबद पक्ष से प्रायश्चित के रूप में गोदान (गौ दान) किया गया. दशदान के बाद मूर्ति निर्माण स्थल पर कर्मकुटी होम किया गया.
23 जनवरी से आम लोग कर सकेंगे दर्शन
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि राम जन्मभूमि मंदिर 23 जनवरी से आम जनता के लिए ‘दर्शन’ के लिए खुला रहेगा. इस आयोजन के लिए तैयारियां जोरों पर चल रही हैं, जिसमें हजारों गणमान्य व्यक्तियों और समाज के सभी वर्गों के लोगों के शामिल होने की उम्मीद है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 जनवरी को राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने वाले हैं. भगवान राम की जन्मस्थली अयोध्या भारत के लोगों के लिए महान आध्यात्मिक, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व रखती है. इस कार्यक्रम को लेकर लोगों में खासा उत्साह देखा जा रहा है. लोग अलग-अलग तरह से इस दिन को खास बनाने की कोशिश में जुटे हुए हैं.