पटना. चर्चित निलेश मुखिया हत्याकांड में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. निलेश मुखिया हत्याकांड के साजिशकर्ता भाइयों में से एक गोरख राय को पुलिस ने आखिरकार गिरफ्तार कर लिया है. गोरख राय की गिरफ्तारी झारखंड के लोहरदगा से हुई है. इस बात की जानकारी पटना के सिटी एसपी सेंट्रल वैभव शर्मा ने देते हुए बताया कि लोहरदगा के जंगल इलाके में गोरख राय छिपकर रह रहा था और इसी दौरान उसकी गिरफ्तारी हो गई.
पटना पुलिस की मानें तो पिछले 15 दिनों से गोरख राय लोहरदगा में छिप कर रहा था. पुलिस ने गुप्त सूचना पर मिली जानकारी के आधार उसे गिरफ्तार किया है. निगम पार्षद पति निलेश मुखिया हत्या मामले में गोरख राय के अलावा उसके दो भाई पप्पू राय और धप्पू राय भी मुख्य साजिशकर्ता में शामिल है. पटना के सिटी एसपी सेंट्रल की माने तो हत्याकांड के पहले ही साजिशकर्ता भाई हरिद्वार और दिल्ली भागे थे.
बता दें कि निलेश मुखिया की हत्या विगत 31 जुलाई को पटना में कर दी गई थी इस मामले में पुलिस ने 14 अगस्त को दो आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था. हत्याकांड में पुलिस को इस बात की जानकारी मिली थी कि पप्पू और धप्पू और गोरख राय ने 25 लाख रुपए की सुपारी देकर निलेश मुखिया की हत्या करवाई है. हत्या के पीछे दोनों के बीच पिछले 8 से 10 साल से चल रही वर्चस्व की लड़ाई मानी जा रही है.
निलेश मुखिया की हत्या के लिए अजय रायपर 25 लाख की सुपारी का पैसा लेने और पूरी घटना को अंजाम देने का आरोप है. बताया जा रहा है कि पप्पू राय घटना के दिन हरिद्वार में था. गोरख राय की गिरफ्तारी के बाद पटना पुलिस पप्पू राय और धप्पू राय की गिरफ्तारी में जुट गई है. पटना पुलिस का दावा है कि गिरफ्तार गोरख राय ने हत्याकांड में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है.